भिलाई, छत्तीसगढ़: अडानी समूह की ACC सीमेंट फैक्ट्री में बड़े पैमाने पर कोयले की हेराफेरी का मामला सामने आया है। जामुल पुलिस ने इस मामले में 3 ट्रक ड्राइवरों को गिरफ्तार किया है। आरोप है कि ये ड्राइवर उच्च ग्रेड का कोयला लोड करके फैक्ट्री ले जाते थे, लेकिन रास्ते में ही कोयले को बदलकर घटिया क्वालिटी का कोयला पहुंचा देते थे।
कई महीनों से चल रहा था यह खेल:
पुलिस जांच में पता चला है कि यह गोरखधंधा कई महीनों से चल रहा था। ACC प्रबंधन ने अनुमान लगाया है कि इस घोटाले में उन्हें करोड़ों रुपए का चूना लगाया गया है।
ऐसे हुआ खुलासा:
ACC सीमेंट कंपनी प्रबंधन ने जब गौर किया कि उनके यहां आने वाला कोयला उस ग्रेड का नहीं है जिसके लिए उन्होंने ऑर्डर दिया था, तो उन्होंने जामुल पुलिस में शिकायत दर्ज करवाई।
गिरफ्तार हुए आरोपी:
जामुल पुलिस ने 22 जून को शिकायत दर्ज होने के बाद मामले की जांच शुरू की। जांच के दौरान पुलिस ने 3 ट्रक – CG 10 BS 8330, CG 11 AB 7704 और CG 04 LR 7645 को पकड़ा। इन ट्रकों में से दो में लदा हुआ कोयला बदल दिया गया था। पुलिस ने इस मामले में तीन ट्रक ड्राइवरों – लव कुमार साहू (29 साल), रूपेश कुमार साहू (21 साल) और राजेन्द्र प्रजापति (29 साल) को गिरफ्तार किया है।
पूछताछ में कबूला जुर्म:
पुलिस पूछताछ में तीनों आरोपियों ने अपना जुर्म कबूल कर लिया है। उन्होंने बताया कि वे दीपका खदान से उच्च ग्रेड का कोयला लोड करके चलते थे। रास्ते में सरगांव एरिया में उनके मालिक जगदीश साहू और कैलाश साहू उन्हें एक कोयला डिपो में ले जाते थे। वहां पर अच्छा कोयला अनलोड कर उसकी जगह घटिया क्वालिटी का कोयला लोड कर दिया जाता था।
फरार हैं मालिक:
पुलिस आरोपी ट्रक मालिकों जगदीश साहू और कैलाश साहू की तलाश कर रही है।
जांच जारी:
पुलिस का कहना है कि इस मामले में जल्द ही अन्य आरोपियों को भी गिरफ्तार किया जाएगा। फिलहाल पूरे मामले की जांच जारी है।