अखिल भारतीय तकनीकी शिक्षा परिषद (एआईसीटीई) ने तकनीकी शिक्षा के क्षेत्र में एक क्रांतिकारी कदम उठाते हुए बीबीए और बीसीए कोर्स को अपने दायरे में शामिल कर लिया है। इस फैसले से जहां इन कोर्सेज को मान्यता मिली है, वहीं छात्राओं को भी बड़ी राहत मिली है। एआईसीटीई ने बिजनेस एडमिनिस्ट्रेशन और कंप्यूटर एप्लीकेशन के क्षेत्र में लड़कियों की भागीदारी बढ़ाने के लिए एक नई स्कॉलरशिप योजना शुरू करने का ऐलान किया है।
इस योजना के तहत बीबीए और बीसीए की मेधावी छात्राओं को सालाना 25 हजार रुपये की स्कॉलरशिप प्रदान की जाएगी। यह राशि छात्राओं की कॉलेज फीस का भुगतान करने में मदद करेगी। एआईसीटीई का मानना है कि इस योजना से आर्थिक रूप से कमजोर छात्राएं भी इन कोर्सेज में दाखिला ले सकेंगी और अपना करियर बना सकेंगी।
एआईसीटीई पहले से ही इंजीनियरिंग क्षेत्र में छात्राओं को प्रोत्साहित करने के लिए कई योजनाएं चला रहा है। पिछले कुछ वर्षों में इंजीनियरिंग में लड़कियों की संख्या में काफी इजाफा हुआ है। अब बीबीए और बीसीए में भी छात्राओं की संख्या बढ़ने की उम्मीद है।
दुर्ग संभाग के कई कॉलेजों में बीबीए और बीसीए कोर्स संचालित हैं। इन कॉलेजों में छात्राओं की संख्या काफी अधिक है। इस स्कॉलरशिप योजना से इन छात्राओं को बहुत फायदा होगा। एआईसीटीई ने इस योजना के लिए 7.5 करोड़ रुपये का बजट आवंटित किया है।
यह योजना तकनीकी और प्रबंधन शिक्षा में लड़कियों की क्षमता को निखारने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाएगी। एआईसीटीई का लक्ष्य है कि अधिक से अधिक लड़कियां उच्च शिक्षा प्राप्त करें और देश के विकास में अपना योगदान दें।
इस योजना के लिए नियमों को लेकर एआईसीटीई जल्द ही एक अधिसूचना जारी करेगा। इस अधिसूचना में छात्रवृत्ति के लिए पात्रता मानदंड और आवेदन प्रक्रिया के बारे में विस्तृत जानकारी दी जाएगी।
यह स्कॉलरशिप योजना छात्राओं के लिए एक सुनहरा अवसर है। यह योजना न केवल छात्राओं को आर्थिक रूप से सशक्त बनाएगी बल्कि उन्हें अपने सपनों को पूरा करने का मौका भी देगी।