अखिल विश्व गायत्री परिवार शांतिकुंज हरिद्वार के निर्देशानुसार गायत्री परिवार उपजोन भिलाई-दुर्ग द्वारा नशामुक्त पर्व मनाने का संदेश रैली निकालकर दिया गया।
रैली शिव गायत्री मंदिर रिसाली सेक्टर से शुरू हुई और मैत्रीगार्डन चौक, डीपी एस रिसाली, आजाद मार्केट का भ्रमण करते हुए वापस मंदिर परिसर में समाप्त हुई। रैली में शामिल कार्यकर्ताओं ने नशा नाश की जड़ है भाई, इसकी पीड़ा अति दुखदायी, जैसे संदेश लिखे हुए बैनर और पोस्टर प्रदर्शित किए।
इस दौरान लोगों को नशे से बचने का अनुरोध किया गया और उन्हें नशे के दुष्प्रभावों के बारे में जानकारी दी गई। रैली में उप जोन समन्वयक एसपी सिंह, धीरज लाल टांक, मोहन उमरे, हेमंत साहू, जितेंद्र प्रसाद साहू, टीकम चंद्राकर, डॉ. कामता प्रसाद साहू आदि उपस्थित थे।
गायत्री परिवार का आह्वान:
गायत्री परिवार ने सभी लोगों से आह्वान किया है कि वे नशे से दूर रहें और एक स्वस्थ और खुशहाल जीवन जीने का प्रयास करें। परिवार ने कहा कि नशा व्यक्ति के जीवन को तबाह कर देता है और इसके दुष्प्रभाव केवल व्यक्ति तक ही सीमित नहीं रहते हैं, बल्कि उसके परिवार और समाज को भी प्रभावित करते हैं।
नशे के दुष्प्रभाव:
नशे के कई दुष्प्रभाव हैं, जिनमें शारीरिक स्वास्थ्य, मानसिक स्वास्थ्य, सामाजिक जीवन और आर्थिक स्थिति पर नकारात्मक प्रभाव शामिल हैं। नशा व्यक्ति को अनेक बीमारियों का शिकार बना सकता है, उसकी मानसिक स्थिति को बिगाड़ सकता है, उसके सामाजिक जीवन को नष्ट कर सकता है और उसे आर्थिक रूप से कमजोर बना सकता है।
नशे से मुक्ति:
नशे से मुक्ति के लिए अनेक उपाय किए जा सकते हैं। नशे की लत से छुटकारा पाने के लिए व्यक्ति को इच्छाशक्ति और दृढ़ संकल्प की आवश्यकता होती है। इसके अलावा, परिवार और समाज का सहयोग भी महत्वपूर्ण है। नशे की लत से छुटकारा पाने के लिए अनेक संस्थाएं और संगठन भी काम कर रहे हैं, जो व्यक्ति को सहायता प्रदान करते हैं।