भिलाई: भिलाई इस्पात संयंत्र में मान्यता प्राप्त यूनियन भिलाई इस्पात मजदूर संघ (बीएमएस से संबद्ध) के कार्यकारी अध्यक्ष रविशंकर सिंह, उपाध्यक्ष इंद्रमणि मिश्रा और संयुक्त महामंत्री हरिशंकर चतुर्वेदी को तत्काल प्रभाव से पद से निलंबित कर दिया गया है। इन पर संगठन विरोधी गतिविधियों और ठेकेदारों से अवैध चंदा उगाही का आरोप है।
आरोपों की भरमार:
- संगठन विरोधी गतिविधियां: चारों पदाधिकारियों पर लगातार षड्यंत्र रचने और संगठन को कमजोर करने का आरोप है।
- अवैध चंदा उगाही: संगठन का आरोप है कि इन पदाधिकारियों ने संघ के लेटर पैड का इस्तेमाल कर ठेकेदारों से अवैध चंदा उगाहा है।
- अनुशासनहीनता: बार-बार समझाइश के बाद भी सार्वजनिक बयान जारी करना संगठन ने अनुशासनहीनता माना है।
कार्रवाई:
- निलंबन: इन आरोपों के चलते चारों पदाधिकारियों को निलंबित कर दिया गया है।
- कारण बताओ नोटिस: इन सभी को कारण बताओ नोटिस जारी किया गया था, लेकिन उनका जवाब संतोषजनक नहीं रहा।
- जांच: मामले की जांच के लिए एक जांच कमेटी गठित की गई है।
संघ का रुख:
भिलाई इस्पात मजदूर संघ के महामंत्री ने कहा है कि संघ में किसी भी प्रकार की गुटबाजी, अवैध कार्यों में संलिप्तता और अनुशासनहीनता को बर्दाश्त नहीं किया जाएगा। जांच के बाद जो भी दोषी पाए जाएंगे, उनके खिलाफ कड़ी कार्रवाई की जाएगी।
यह घटना भिलाई इस्पात मजदूर संघ में भारी उथल-पुथल मचा सकती है।