दुर्ग: दुर्ग संभाग के सरकारी और निजी कॉलेजों में 18 जून से शुरू होने वाले दाखिले इस बार एक बड़े बदलाव के साथ होंगे। ऑटोनोमस संस्था दुर्ग साइंस कॉलेज में पहले जहां एडमिशन के लिए आवेदन खुद उनकी वेबसाइट पर किए जाते थे, अब इसमें बदलाव किया गया है। इस बार से दुर्ग साइंस कॉलेज में प्रवेश के लिए आवेदन अलग से नहीं होंगे, बल्कि दाखिले के लिए हेमचंद यादव विश्वविद्यालय के पोर्टल के जरिए ही जाना होगा। नए सत्र के प्रवेश के दौरान इस बार एडमिशन पोर्टल में साइंस कॉलेज का विकल्प भी दिखाई देगा।
नई शिक्षा नीति के तहत होगा बदलाव:
दरअसल, इस साल से सभी कॉलेजों में दाखिले नई शिक्षा नीति (एनईपी) के तहत होंगे। ऐसे में शासन ने सभी कॉलेजों को एक ही मंच पर लाने के लिए विश्वविद्यालय को निर्देशित किया है। शासन के निर्देश मिलने से पहले तक दुर्ग साइंस कॉलेज अपने लिए अलग पोर्टल बनाने की प्रक्रिया शुरू कर रहा था, लेकिन आदेश के बाद निर्णय लिया गया कि इसके दाखिले कराने की जिम्मेदारी भी हेमचंद यादव विश्वविद्यालय की होगी।
दुर्ग साइंस कॉलेज का महत्व:
दुर्ग साइंस कॉलेज दुर्ग संभाग का सबसे बड़ा शैक्षणिक संस्थान है। यहां यूजी, पीजी और डिप्लोमा कोर्स मिलाकर करीब 5 हजार सीटें हैं। यह पहली संस्था है जिसे शासन से ऑटोनोमस बॉडी का दर्जा दिया गया था। प्रदेश के 8 लीड कॉलेजों में दुर्ग साइंस कॉलेज को भी सबसे पहले एनईपी से जोड़ा गया था।
पिछले साल की व्यवस्था और इस साल का बदलाव:
यही वजह रही कि पिछले साल यहां प्रवेश के लिए अलग से वेबसाइट बनाई गई थी। लेकिन इस साल सभी कॉलेजों में एनईपी लागू होना है, इसे देखते हुए कॉलेज ने हेमचंद यादव विवि से ही दाखिले देने का निर्णय लिया।
प्राचार्य की बात:
साइंस कॉलेज के प्राचार्य डॉ एमए सिद्दिकी का कहना है कि इस साल से सभी कॉलेजों में एनईपी लागू होना है। प्रवेश के लिए अलग से वेबसाइट नहीं होगी। छात्रों को हेमचंद यादव विश्वविद्यालय के पोर्टल पर जाकर ही आवेदन करना होगा।