दुर्ग: छत्तीसगढ़ के दुर्ग जिला अस्पताल में 12 जुलाई को हुई शर्मनाक घटना के बाद, जिसमें एक मरीज को तेज बुखार से तड़पते हुए स्ट्रेचर पर लेटा छोड़ दिया गया था, जबकि स्टाफ बर्थडे पार्टी मना रहा था, अब जाकर अस्पताल प्रशासन ने एक्शन लिया है।
तीसरे दिन हुई कार्रवाई:
- सिविल सर्जन डॉ. हेमंत साहू ने बर्थडे पार्टी मनाने और उसमें शामिल होने वाले 5 कर्मियों को कारण बताओ नोटिस जारी किया है।
- इन कर्मियों में आकाश अग्रवाल, लक्ष्मी टांडले, परमेश पुरी, अरुण कुमार और स्मिता शामिल हैं।
- सभी कर्मी संविदा कर्मी हैं और जीवन दीप समिति में पदस्थ थे।
- इनका सीधे तौर पर इलाज से कोई लेना-देना नहीं था।
क्या हुआ था?
- 12 जुलाई को, एक मरीज को तेज बुखार से ग्रसित होने पर दुर्ग जिला अस्पताल लाया गया था।
- मरीज के परिजनों ने आरोप लगाया कि स्टाफ ने इलाज करने से मना कर दिया, यह कहते हुए कि ओपीडी का समय खत्म हो गया है।
- इस बीच, स्टाफ ट्रामा यूनिट में एक सहकर्मी का जन्मदिन मना रहा था।
- स्टाफ मरीज की परवाह किए बिना पार्टी में व्यस्त थे
- बाद में, जब पार्टी खत्म हुई, तब मरीज का इलाज किया गया।
अस्पताल प्रशासन का कहना:
- सिविल सर्जन डॉ. हेमंत साहू ने कहा कि उन्हें पूरी जानकारी नहीं थी, लेकिन अब जानकारी मिल गई है और वे कार्रवाई करेंगे।
- उन्होंने कहा कि दोषियों के खिलाफ सख्त कार्रवाई की जाएगी।
यह घटना स्वास्थ्य सेवा व्यवस्था की लापरवाही और रोगी के प्रति असंवेदनशीलता को उजागर करती है। यह महत्वपूर्ण है कि अस्पताल प्रशासन इस मामले की गहन जांच करे और दोषियों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई करे।
यह भी ध्यान रखना महत्वपूर्ण है कि यह पहली बार नहीं है जब दुर्ग जिला अस्पताल में लापरवाही के मामले सामने आए हैं। इससे पहले भी, अस्पताल में गंदगी, अव्यवस्था और दवाओं की कमी जैसी समस्याओं की शिकायतें सामने आ चुकी हैं।