दुर्ग: दुर्ग पुलिस ने एक बड़े ऑनलाइन सट्टेबाजी घोटाले का पर्दाफाश किया है। पुलिस ने महादेव सट्टा ऐप से जुड़े एक आरोपी को गिरफ्तार किया है। बताया जा रहा है कि आरोपी ने फर्जी दस्तावेजों का उपयोग करके एक बैंक खाता खोला और उसमें करोड़ों रुपये का लेन-देन किया।
छावनी थाना प्रभारी चेतन चंद्राकर के अनुसार, कैंप 2 पुरानी मछली मार्केट के निवासी मोहम्मद शाहिल ने पुलिस में शिकायत दर्ज कराई थी कि किसी व्यक्ति ने धोखे से उसके आधार कार्ड और पैन कार्ड का उपयोग करके एक फर्जी बैंक खाता खुलवा लिया है। आरोपी ने भिलाई नगर निगम में एक फर्जी दुकान का गुमास्ता बनकर कोटक महिंद्रा बैंक में एक करंट खाता खोला था। पुलिस जांच में पता चला कि इस खाते में लगभग 64 लाख रुपये का लेन-देन हुआ था, जिसके बाद बैंक की विजिलेंस टीम ने खाते को फ्रीज कर दिया।
पुलिस की पूछताछ में मोहम्मद शाहिल ने बताया कि उसने इस खाते का उपयोग महादेव सट्टा ऐप के माध्यम से होने वाले लेन-देन के लिए किया था। पुलिस ने शाहिल की शिकायत के आधार पर भिलाई कैंप 1 निवासी तबरेज खान को गिरफ्तार किया है। तबरेज पर धोखाधड़ी का मामला दर्ज किया गया है और उसे न्यायिक हिरासत में भेज दिया गया है।
पुलिस का मानना है कि तबरेज खान महादेव सट्टा ऐप के लिए एक पैनल चला रहा था और वह इस अवैध गतिविधि में शामिल अन्य लोगों के संपर्क में था। पुलिस ने तबरेज खान का पुलिस रिमांड मांगा है ताकि यह पता लगाया जा सके कि उसने यह पैनल किससे लिया था और कमीशन की रकम कहां पहुंचाता था। पुलिस अधिकारियों का कहना है कि इस मामले में कुछ और लोगों के नाम सामने आए हैं और जल्द ही उन्हें भी गिरफ्तार किया जाएगा।
यह मामला ऑनलाइन सट्टेबाजी के बढ़ते खतरे को उजागर करता है। ऐसे कई ऐप्स हैं जो लोगों को ऑनलाइन सट्टा लगाने के लिए लुभाते हैं। हालांकि, यह गतिविधि पूरी तरह से अवैध है और इससे कई तरह के अपराध हो सकते हैं। पुलिस ने लोगों से अपील की है कि वे ऐसे किसी भी ऐप का उपयोग न करें और अगर उन्हें किसी संदिग्ध गतिविधि का पता चलता है तो तुरंत पुलिस को सूचित करें।