दुर्ग: दुर्ग जिले के वैशाली नगर और भिलाई टाउनशिप को जोड़ने वाला सबसे अहम रास्ता सुपेला अंडर ब्रिज 21 महीने बाद बनकर तैयार हो गया है। शुक्रवार शाम को आकाशगंगा मार्केट के व्यापारियों ने इसे आम जनता के लिए खोल दिया।
व्यापारियों ने मनाया जश्न: इस दौरान व्यापारी संघ के लोगों ने लड्डू बांटकर खुशियां मनाईं।
2 साल के संघर्ष के बाद मिली राहत: व्यापारियों ने कहा कि 2 साल के लंबे संघर्ष के बाद ये घड़ी आई है कि लोग आकाश गंगा से होकर टाउशिप आना जाना करेंगे। इससे निश्चित तौर पर उनका व्यापार बढ़ेगा और घड़ी चौक आकाश गंगा में लगने वाले जाम से भी मुक्ति मिलेगी।
32 करोड़ की लागत से बना: जानकारी के मुताबिक सुपेला से टाउनशिप सेक्टर 2 को जोड़ने ये अंडर ब्रिज लगभग 32 करोड़ की लागत से तैयार हुआ है।
140 मीटर लंबा और 8.5 मीटर चौड़ा: इस ब्रिज के डायमेंसन की बात करें तो पटरी के इस पार से लेकर सुपेला की ओर अंतिम छोर तक ये ब्रिज 140 मीटर लंबा है। इसके दो भाग हैं। एक भाग टाउनशिपसे दुर्ग की ओर जाता है। ये 85 मीटर लंबा है। और दूसरा भाग पावर हाउस की ओर जाता है वो 95 मीटर लम्बा है। इस ब्रिज की चौड़ाई 8.5 मीटर हैं।
आकर्षक 3D पेंटिंग से सजा: भिलाई के आकाश गंगा मार्केट के पास तैयार हुआ यह नया अंडर ब्रिज पूरी तरह से आकाश गंगा की तर्ज पर तैयार किया गया है। इसके दीवारों और ब्रिज की छत को आकर्षक 3D पेंटिंग से सजाया गया है।
रायपुर, भिलाई का सबसे सुंदर अंडर ब्रिज: दीवारों को अभ्यारण की तर्ज पर पेंट किया गया है, तो वहीं छत में आकाश गंगा की तारा मंडल को बनाया गया है। यह अंडर ब्रिज रायपुर, भिलाई का सबसे सुंदर अंडर ब्रिज बताया जा रहा है।
1 लाख लोग करते हैं रोजाना आवागमन: यह अंडर ब्रिज आकाश गंगा मुख्य मार्केट से लगा है। इसके साथ ये वैशाली नगर, गदा चौक, संडे मार्केट, कोहका, कुरुद और राम नगर जैसे प्रमुख एरिया को जोड़ता है। वहीं टाउनशिप की तरफ सेक्टर 5, सेक्टर 2 , सेक्टर 1, लेकर रिसाली जाने का प्रमुख मार्ग है। इसलिए यहां से हर दिन लगभग 1 लाख लोग पैदल और वाहनो से आना जाना करते हैं। इसमें 20-30 हजार दो पहिया और 15-20 हजार चार पहिया वाहन शामिल हैं।